Post covid Solar

 

Covid-19 के दौरान भारतीय सोलर क्षेत्र की स्थिति:

 

COVID-19 ने सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित किया है| यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक सीख का विषय है, कि हम मनुष्य प्रकृति से ऊपर नहीं हैं। प्रकृति हमें नियंत्रित करती है| अगर हम नियंत्रण में रहना नहीं सीखेंगे, तो शायद स्थिति इससे भी कही ज्यादा ख़राब हो सकती है। लॉकडाउन के दौरान, हमने वातारण में आये परिवर्तन को भी देखा, और यह महसूस भी किया कि कितनी गलत तरह से हमने वातारण को दूषित किया है। हमें समझ में आया कि पर्यावरण को स्वक्छ बनाये रखने के लिए सौर ऊर्जा एक बेहद अच्छा विकल्प है। तो, आइए भारत के COVID 19 के बाद सोलर एनर्जी के क्षेत्र में आये परिवर्तन का पता लगाने की कोशिश करते हैं।

जिस तरह से प्रदूषण इस ग्रह के प्रत्येक जीवन-चक्र को प्रभावित कर रहा है, वह देखते हुए ये रिन्यूएबल एनर्जी को अपनाने का उच्च समय है। भारत ने 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा के 175 गीगावॉट के अपने लक्ष्य को निर्धारित किया है। 175 गीगावॉट में से 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा से, 60 GW पवन ऊर्जा से, 10 GW हाइड्रोपावर से एवं 5 GW बायोमास से होगा।

इन सभी विकल्पों के मध्य, सौर ऊर्जा एकलौता ऐसा विकल्प है, जो स्थापित करना सबसे आसान है|  इसमें लगभग शून्य रखरखाव आवश्यकता होती है। अब वर्ष 2021 का पहला महीना भी समाप्त हो चुका है एवं दूसरा महीना भी आधा समाप्त हो चुका है| अतः देश अपने लक्ष्य की निर्धारित समयसीमा से केवल 22 महीने ही दूर है। सवाल यह है कि क्या भारत सच में सौर ऊर्जा के 175 GW के लक्ष्य को पार कर सकता है?

इस प्रश्न का उत्तर ढूंढ़ने के लिए COVID-19 से पहले के वर्षों को हर तरह से स्टडी करना पड़ेगा और उसमें COVID-19 के कारण आये प्रभाव जोड़ना होगा। 2016 से 2019 तक, भारतीय सोलर रूफटॉप में 32% की गिरावट आई थी। 2020 में भी COVID-19 के कारण सोलर को अपनाने की दर के साथ पूरे भारतीय सौर उद्योग में 72% की गिरावट आई है।

2020 से पहले, भारतीय सोलर सेक्टर चीन से होने वाले सोलर आयात पर निर्भर करता था। पर Covid के पश्चात भारत सरकार ने चीन पर व्यापार प्रतिबंध लगाया, तो इसने सौर बाजार को सबसे अधिक प्रभावित किया।

यद्यपि इसने भारत को सौर क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने का मौका भी दिया। लेकिन यह रातो रात संभव नहीं है, इस पहल को implement होने में वक़्त लगेगा। व्यापार प्रतिबंध के कारण मांग एवं निर्माण के मध्य उत्पन्न हुए अंतर को दूर करने के लिए मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज को स्थापित करना होगा| मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज को स्थापित करने में रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी|

 

COVID-19 के बाद भारत में सौर ऊर्जा क्षेत्र की स्थिति:

 

भारतीय सोलर इकोसिस्टम दिन पर दिन विकसित हो रहा है। और साथ ही भारत ने आत्मनिर्भर होने की ओर कदम बढ़ाया है। भारत सरकार टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और hardware supply की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए वित्तीय समाधानों को आगे ले जा रही है।

बड़े सोलर इंस्टालेशन बहुत ही तीव्र गति से बढ़ रहे हैं, लेकिन rooftop solar segment बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान गति के साथ, 2022 का लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि rooftop solar segment बहुत महत्वपूर्ण सोलर सेक्टर का बेहद महत्पूर्ण भाग है।

साथ ही नेट-मीटरिंग पर आयीं नई नीतियों ने भी उपभोक्ताओं और सौर डेवलपर्स में एक असुविधा का वातवरण पैदा किया है। जो रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की दर को और भी कम कर सकता है। यदि निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना है, तो विद्युत मंत्रालय (Ministry of Power) को इस पर तत्कालिक रूप से ध्यान देना चाहिए।

इन सभी अनिश्चितताओं में, unlock-1 के बाद रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सोलर सेग्मेंट्स में तेजी देखी गई है| इससे उम्मीद है कि किसी भी स्थिति में, भारत में सौर क्षेत्र पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा|

भारतीय सौर क्षेत्र के साथ एक सबसे बड़ी समस्या यह भी है, कि सोलर एनर्जी मार्केटिंग में सोलर इन्स्टलेर्स एवं डेवेलपर्स ठीक से प्रशिक्षित नहीं होते हैं। भारतीय सौर उद्योग में सोलर एनर्जी मार्केटिंग कम से कम चर्चा का विषय है, क्योंकि अभी भी समाज में सोलर को लेकर जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है।

सौर उद्योग के विशेषज्ञों, को सोलर एनर्जी मार्केटिंग पर अधिक से अधिक ध्यान देना चाहिए। भारत को विकसित होने के लिए सोलर टेक्नोलॉजी एवं सोलर मार्केटिंग के मध्य संतुलन बनाने की आवश्यकता है।

 

ये Covid-19 के बाद सोलर क्षेत्र में आये परिवर्तन एवं भविष्य में होने वाले परिवर्तनों के बारे में जानकारी थी| यदि आपको ये जानकारी पसंद आयी हो या आप किसी भी तरह का सुझाव देना चाहते हों, तो कमेंट बॉक्स में कमेंट के जरिये बता सकते हैं| महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें Ornate Solar से|

 

Ornate Solar, Canadian Solar panels, Renewsys Made in India Panels, Enphase Micro-Inverters, SolarEdge Solar inverters with Optimisers, Fronius OnGrid Solar Inverters. के आधिकारिक भागीदार हैं।

kamini ornate

About The Author

Kamini Gupta is the Content Developer at Ornate Solar. She is a solar enthusiast and has worked with several well-known solar brands and experts in India. She is also a poet and a storyteller and has performed in many open mics events.

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